तुम्हारे पहलू में हर लम्हा जीना चाहता हूं दूर जाने से घबरा रहा हूं इस तरह मोहब्बत हो गई है मेरे जीने का मकसद तुम बन गई हो मैं मोहब्बत का ख्वाब देखता रहा वह सरेआम लुटती रही हकीकत पर ऐसा पर्दा लगा कंगाल हो चुका हूं इश्क करने का नतीजा आ गया आंखों में आंसू है मुझे पुख्ता प्रमाण मिल गया है कि बर्बाद हो चुका हूं उम्र भर करीब रहना चाहती हूं कुछ इस तरह दिल में बसा लो किसी और का आना जाना न हो प्यार की दीवानगी इतना बढ़े तुम्हें मेरे सिवा कुछ दिखाई न दे दिल की धड़कनों में इस तरह बस गए हो तुम बिन जिंदा न रह पाऊंगी जिस दिन साथ छोड़ जाओगे सच कह रही हूं उसी दिन मर जाऊंगी जो मनमानी कर रहे हो इसे चलने नहीं दूंगी पीठ पीछे किसी और से आंखें चार करने नहीं दूंगी तुझ पर सिर्फ मेरा हक है हकीकत तो बहुत दूर है तुम्हें किसी और के ख्वाबों में भी आने नहीं दूंगी
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