वह इतनी कड़वी बात कहते हैं मैं उनसे प्यार करती हूं सोच समझ कर हर बात कहती हूं फिर भी ना जाने क्यों उखड़े उखड़े से रहते हैं
हिंदी शायरी | शायरी संग्रह | Hindi shayari | shayari sangrah
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